किसान आंदोलन: केंद्र को घेरने के लिए 50 हजार किसान-मजदूर 700 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में रवाना
पंजाब: केंद्र के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 17वां दिन है लेकिन कृषि कानूनों खिलाफ किसान जत्थेबंदियां एक कदम भी पीछे हटती दिखाई नहीं दे रही है। पिछले कई महीनों से केंद्र सरकार और किसानों के बीच में जारी तनातनी हर दिन आक्रमक होती जा रही है। बैठकों में कोई नतीजा न आने से और केंद्र के रवैये के कारण किसान जत्थेबंदियों में भारी रोष देखने को मिल रहा है।
मोदी सरकार द्वारा लागू किए कृषि बिलों के खिलाफ मोर्चा खोल कर बैठे किसान अपनी इस बात पर अड़े हुए है कि जब तक बिल वापिस नहीं लिया जाता वो अपने घर नहीं जाएंगे। इस आंदोलन के लिए किसान संगठनों द्वारा पूरे देश से भोजन, कंबल, जरूरी दवाएं, और अन्य सेवाओं के लिए लोगों का भारी सहयोग मिल रहा है।
इसी के चलते शुक्रवार को 700 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में करीब 50 हजार किसानों-मजदूरों ने अमृतसर से दिल्ली की ओर कुछ किया है। इनका कहना है कि अब केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए पूरे देश के रेलवे ट्रैकों को भी जाम किया जाएगा।
आज दोपहर बाद तक किसानों का जत्था जालंधर पहुंच चुका था। जालंधर-अमृतसर हाईवे पर इतनी भारी संख्या में किसानों का जमावड़ा लगने से सड़कों पर लंबी कतारें लग गई है। किसान संगठन दिल्ली कूच करने से पहले दरबार सहिब में नमस्तक हुए। रोजाना हजारों की संख्या में किसान जत्थेबंदियां दिल्ली में सरकार को घेरने की पूरी तैयारी कर चुकी है।
गौरतलब है कि केंद्र द्वारा बनाए गए कृषि कानूनों को लेकर किसानों का गुस्सा तेजी से आक्रमक हो रहा है। इस आंदोलन के कारण पंजाब, हरियाणा, दिल्ली समेत कई राज्यों की स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
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