लापरवाही : गुजरात से उत्तराखंड घुमकर वापस गए 22 यात्री निकले पाजिटिव, कोरोना विस्फोट का खतरा
उत्तराखंड में कुंभ से पहले सुपर स्प्रेड का खतरा मंडराने लगा है. इसकी सबसे बड़ी वजह पर्यटन है. बताया जा रहा है कि गुजरात से 22 यात्रियों की एक बस आई थी और वह यात्री चार दिन तक ऋषिकेश तक घूमते रहे और उसके बाद वह यहां से चले भी गए. उनके जाने के बाद से सभी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. बताया जा रहा है कि ये सभी यात्री चार दिनों में कम से कम 100 से 150 लोगों के संपर्क में आए होंगे. वहीं उत्तराखंड में कोविड-19 भी रफ्तार पकड़ने लगा है. सोमवार को कोरोना के 104 नए पॉजिटिव केस सामने आए हैं. इसमें सबसे ज्यादा 43 पॉजिटिव केस हरिद्वार में मिले हैं. वहीं देहरादून भी खतरे की जद में है और यहां 36 पॉजिटिव केस मिले हैं. सिर्फ अल्मोड़ा, चमोली, बागेश्वर, चंपावत और रुद्रप्रयाग ही ऐसे 5 जिले है जिनमें कोरोना का कोई नया मरीज नहीं मिला है.
विश्व प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय योग नगरी के रूप में अपनी पहचान बना चुके ऋषिकेश तीर्थ नगरी में पर्यटन का मुख्य व्यवसाय है. ऐसे में अन्य राज्यों से लगातार बड़ी संख्या में यहां पर्यटक आते रहते हैं. ऐसे ही 22 पर्यटक गुजरात से आए जिनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है, जिससे एक बार फिर पर्यटन पर सवाल उठने लगा है. इसके बाद से अब पर्यटकों के संपर्क में आए सभी लोगों की जांच कराई जा रही है. आपको बता दें कि सभी यात्री ऋषिकेश में घूमने के बाद वापस गुजराज लौट गए हैं.
गौरतलब है कि गुजरात से एक बस यात्रियों के जत्थे को लेकर 18 मार्च को मुनिकीरेती क्षेत्र तपोवन में पहुंची थी. जहां बॉर्डर पर सभी यात्रियों आरटीपीसीआर सैंपल लिए गए थे. यह यात्री ऋषिकेश के आसपास के क्षेत्र में पर्यटक स्थलों पर घूमते रहे. विश्व प्रसिद्ध नीलकंठ महादेव के दर्शन करने की 22 यात्रियों की टीम गई.
इसके बाद मुनी की रेती आश्रम में इन गुजरात से आए 22 यात्रियों ने रात्रि विश्राम किया. अगले दिन यह यात्री वापस ऋषिकेश छोड़कर निकल गए. बीती रात इन सभी यात्रियों का सैंपल कोरोना पॉजिटिव आया, जिसके चलते टिहरी प्रशासन में हड़कंप मच गया नरेंद्र नगर फकोड ब्लॉक के चिकित्सा प्रभारी डॉ जगदीश जोशी ने बताया कि गुजरात से आए सभी यात्री कोरोना पॉजिटिव थे इनकी लैब से रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है
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