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कुंभ मेला : शाही अंदाज में निकली निरंजनी अखाड़े की पेशवाई को देखने उमड़ा जनसैलाब


 कुंभ मेला : शाही अंदाज में निकली निरंजनी अखाड़े की पेशवाई को देखने उमड़ा जनसैलाब
हरिद्वार : कुंभ मेले में निरंजनी और श्री आनंद अखाड़े की भव्य पेशवाई बुधवार सुबह एसएमजेएन कालेज परिसर से निकली। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कुंभ की इस पहली पेशवाई का शुभारंभ किया। पेशवाई शहर के अंदर निर्धारित मार्गों से होती हुई रात को मायापुर चरणपादुका मंदिर के सामने छावनी में पहुंची। भव्य पेशवाई में नागा संन्सायिसों के साथ आचार्य महामंडलेश्वर और महामडंलेश्वर फूलों से सजे रथों में बैठकर निकले। मार्गों में अधिकांश स्थानों पर पेशवाई का विभिन्न सामाजिक संस्था और स्थानीय लोगों ने पुष्प वर्षा कर जोरदार स्वागत किया। साथ ही हेलीकाप्टर से भी पेशवाई पर फूलों की वर्षा की गई। पेशवाई की सुरक्षा चाक चौबंद दिखी।

पेशवाई के शुरुआत ही महाराष्ट्र के नासिक के शिव तांडव प्रतिष्ठान और शिव राय वाद्य पथक ग्रुप के सदस्यों द्वारा बजाए जा रहे वाद्य यंत्र आकर्षण का केंद्र बने रहे। बाहरी राज्यों से आए बैंड बाजे अपनी अपनी छाप छोड़ते नजर आए तो भजनों के अलावा देशभक्ति के गीत भी पेशवाई में सुनने को मिले। पेशवाई में अल्मोड़ा के मोहन रामदास सांस्कृतिक टीम का छोलिया नृत्य,  गढ़वाली लोक कलाकार संजय रावत के संदेश कला सांस्कृतिक एवं सामाजिक संस्था का गढ़वाली लोकगीत और लोकनृत्य आकर्षक का केंद्र बने। गंभीर भारती की जौनसार बाबर सांस्कृतिक गांव का रिवाज संस्था के कलाकार भी अपने रंग में दिखे।

एसएमजेएन कालेज परिसर में मुख्यमंत्री के साथ मेलाधिकारी दीपक रावत, मेला आईजी कुंभ संजय गुंज्याल, जिलाधिकारी सी रविशंकर, एसएसपी सेंथिल अवूदई कृष्ण राजएस, अपर मेलाधिकारी हरबीर सिंह समेत अन्य अधिकारीगण शामिल हुए।  पेशवाई में आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी के पीछे ही अन्य नामी संतों के रथ चले। आचार्य महामण्डलेश्वर के रूप में स्वामी बालकानंद गिरी ने आनंद अखाड़े की पेशवाई की कमान संभाली हुई थी। नामी संतों में निरंजनी अखाड़े के सचिव और मां मनसा देवी ट्रस्ट अध्यक्ष श्री महंत रविंद्र पुरी, अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी, निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरी,  श्रीराम जन्म भूमि न्यास ट्रस्ट के सदस्य स्वामी परमानन्द, महामंडलेश्वर के तौर पर केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति,  निर्भयानंद पुरी, विद्यानंद गिरी, महेशानंद गिरी, महंत ललितानंद, आत्मानंद गिरी, विष्णु चेतन्य, गुरु दीदी मां मंजू, श्रीमहंत भैरोगिरी, श्रीमहंत गिरजानंद सरस्वती, श्रीमहंत गंगा गिरी, महंत शंकरानंद सरस्वती, श्रीमहंत सागरानंद सरस्वती, महंत कालूगिरी, स्वामी सत्यानंद गिरी, महंत मुनीषानंद गिरी, महंत किशोरानंद गिरी, महंत विद्यानंद गिरी आदि शामिल रहे।

सिंहासन और रथ सजाए गए
कुंभ मेले की पहली भव्य पेशवाई की तैयारियां मंगलवार को एसएमजेएन कालेज में बनी छावनी में जोर-शोर से चलती रहीं थीं। सिंहासन के साथ ही रथों को सजाया गया। श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने बताया कि पेशवाई की सभी तैयारियां पूरी कर ली गईं थी। रथ और सिंहासान सजाए जा चुके थे। रामनगर से हाथी को मंगवाया गया था। जबकि पेशवाई की शोभा बढ़ाने के लिए नासिक से बैंड बुलाया गया। इस बैंड से पेशवाई की अलग ही भव्यता दिखाई दी। सुबह दस बजे विधि-विधान से पेशवाई प्रारंभ की गई। उन्होंने बताया कि पेशवाई में 1 हाथी के अलावा 5 ऊंट और 50 घोड़े मौजूद रहे। बैंड बाजा, ढोल नगाड़ों के साथ छावनी से प्रारंभ हुई। पेशवाई में ट्रैक्टर ट्राली और जीप, कार भी रहीं। 
 

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