कुंभ : श्रद्धालुओं के लिए कोविड निगेटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता खत्म
हरिद्वार : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ रावत ने कुंभ मेले की भव्यता और उसके धार्मिक महत्व को देखते हुए कोविड संक्रमण रिपोर्ट को लेकर रियायत दे दी है. उन्होंने कहा कि कुंभ मेले में आने वालों को कोविड-19 की निगेटिव रिपोर्ट लाना जरूरी नहीं है. कुंभ 12 साल में एक बार आता है. यह केवल प्रदेश ही नहीं देश और दुनिया का कुंभ है. ऐसा वातावरण नहीं होना चाहिए कि लोग कुंभ में आने से वंचित हो जाएं. सीएम ने कहा कि कुंभ से आस्था और भावनाएं जुड़ीं हैं. इसलिए कोविड-19 महामारी की रोकथाम से संबंधित गाइडलाइन का पालन करते हुए सभी लोगों को कुंभ में बेरोकटोक आने की इजाजत होनी चाहिए. गौरतलब है कि इसके पहले कुंभ स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट के साथ ही प्रवेश दिए जाने के निर्देश दिए गए थे.
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि कुंभ के आयोजना को भव्य बनाने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को कोविड की गाइडलाइन का भी पालन करना है, लेकिन किसी तरह की असुविधा नहीं होने दी जाएगी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कार्यशैली से लॉकडाउन में भी लोगों का ध्यान सरकार ने रखा है. हमें किसी को कुंभ में स्नान से वंचित नहीं रखना है.
रविवार को मदन मोहन मालवीय आडिटोरियम में आयोजित नेत्र कुंभ का उद्घाटन कार्यक्रम के बाद कहा कि कुंभ में कोरोना गाइडलाइन का पालन कराया जाएगा. श्रद्धालुओं को मास्क और सोशल डिस्टेंस के साथ वहां पहुंचना है, लेकिन कोविड की निगेटिव रिपोर्ट की जरूरत नहीं है.
कुंभ की झांकियां अकर्षण हैं, श्रद्धालुओं की कमी नहीं होनी चाहिए
उन्होंने कहा कि कुंभ में लाखों लोग आएंगे, किस-किस की जांच की जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि अखाड़ों की झांकियां होंगी और इन्हें कोई देखने वाला नहीं है तो क्या मजा है? इसलिए कुंभ में बड़ी संख्या में लोग आएं. रोक-टोक नहीं होनी चाहिए. सबको आने देना चाहिए. तीरथ रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद मैंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हेलीकॉप्टर से फूल वर्षा होनी चाहिए. साधु-संत और व्यापारी बहुत खुश हैं। लाखों की संख्या में लोग आएंगे तो उनका कारोबार भी चलेगा. सरकार जनता को खुश करने के लिए है, दुखी करने के लिए नहीं.
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