उत्तराखंड: ऋषिकेश एम्स में ब्लैक फंगस से चौथी मौत, जबकि सामने आए 15 नए मरीज
ऋषिकेश : त्तराखंड में ब्लैक फंगस ने एक और मरीज की जान ले ली। शुक्रवार को मेरठ निवासी 64 वर्षीय बुजुर्ग ने एम्स ऋषिकेश में ब्लैक फंगस के उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। वहीं, संस्थान में ब्लैक फंगस के 15 नए मरीज मिले हैं। एम्स में अब तक 61 संक्रमित मिल चुके हैं।
एम्स ऋषिकेश के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल के अनुसार वार्ड में वर्तमान में ब्लैक फंगस के 56 मरीज भर्ती हैं। शुक्रवार को ब्लैक फंगस केयर वार्ड में उपचार के दौरान एक संक्रमित की मौत हुई है। एम्स में अब तक चार संक्रमितों को मौत हो चुकी है। वहीं, ब्लैक फंगस से संदिग्ध एक सितारगंज के मरीज की भी मौत हो चुकी है।
कोरोना की तीसरी लहर और ब्लैक फंगस से निपटने की पूरी तैयारी .
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि कोरोना महामारी और ब्लैक फंगस पर नियंत्रण के लिए सरकार लगातार चिकित्सा सेवाओं का विस्तार कर रही है। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका से अभी से उससे निपटने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। तीसरी लहर में बच्चों के लिए घातक बताया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि डीआरडीओ द्वारा बनाए जा रहे 500-500 बेड के कोविड अस्पतालों (आईडीपीएल और हल्द्वानी) में 25 प्रतिशत बेड बच्चों के लिए आरक्षित करने के निर्देश दिए गए हैं। ऋषिकेश आईडीपीएल और हल्द्वानी में बनाए जा रहे हैं। जिनका 24 मई को आईडीपीएल और 25 मई को हल्द्वानी का उद्घाटन हो जाएगा।
गणेश जोशी ने कहा कि ब्लैक फंगस के इलाज में इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन की पहली खेप पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस का अन्य दूसरे मरीजों तक इंफेक्शन न फैले, इसलिए मरीजों को एक जगह इलाज करने के निर्देश भी दिए गए है। ग्रामीण क्षेत्रों में अस्पतालों के लिए आयुष चिकित्सकों की तीन सौ से अधिक भर्ती निकालने जा रही है।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में बच्चों के इलाज के लिए समुचित इंतजाम करने के आदेश भी दिए गए हैं। ग्रामीण अस्पतालों में दस-दस बेड बनाए जा रहे हैं। इनमें पांच-पांच बेड ऑक्सीजन युक्त होंगे। इनमें आयुष चिकित्सकों की ड्यूटी समय बढ़ाकर शाम पांच बजे तक कर दी है।
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