आफत की बारिश : पिथौरागढ़ में भारी बारिश के बाद भूस्खलन, पत्थर की चपेट में आने से 2 की मौत
पिथौरागढ़. पिथौरागढ़ जनपद में भारी बारिश के कारण भूस्खलन के बाद पहाड़ों से गिरे पत्थरों की चपेट में आने से शनिवार को दो लोगों की मौत हो गई. पिथौरागढ़ के अंचल अधिकारी (सीओ) आरएस रौतेला ने कहा कि उत्तर प्रदेश के एक मजदूर दफेदार सिंह (65) की गंगोलीहाट के सुंगरी इलाके में पत्थरों की चपेट में आने से उस समय मौत हो गई, जब वह एक टिन शेड के पास खड़े थे. अधिकारी ने बताया कि पत्थर सिंह के पेट और सिर पर लगे. गंगोलीहाट के एक अस्पताल ले जाते समय रास्ते में उनकी मौत हो गई. सीओ ने बताया कि एक अन्य घटना में घाट पुल के निकट पहाड़ी से गिरे पत्थर की चपेट में आने से सब्जी व्यापारी खलील अहमद (55) की मौत हो गयी. घटना के वक्त वह अपने ट्रक के पास खड़े थे. अधिकारी ने बताया कि अहमद ट्रक का मालिक था और जब यह घटना हुई उस समय वह पिथौरागढ़ के लिए सब्जियां लाने के लिए पीलीभीत जा रहा था.
वहीं, कल खबर सामने आई थी कि अल्मोड़ा जिले में मानसून की पहली बारिश से ही जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. जिले में आधा दर्जन ग्रामीण सड़कें बंद हो गई हैं. कई जगहों पर पेड़ गिरने से बिजली विभाग को नुकसान हुआ है और दर्जनों गांवों में बिजली गुल है. बागेश्वर के आपदा अधिकारी शिखा का कहना है कि शामा से लीती-गोगिना- कीमू तक मुख्य लाइन के ऊपर पेड़ गिर गया है जिससे दो दर्जन गांवों में बिजली की आपूर्ति ठप हो गई है. एक दर्जन सड़के बंद हो गई हैं जिन्हें खोलने के लिए जेसीबी मशीनें काम कर रही हैं. लगातार बारिश होने से काम करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. फिर भी कोशिश की जा रही है कि जल्दी ही सड़कों को खोला जाय और बिजली बहाल की जाय.स्थिती से निपटने के लिए जिला प्रशासन को मदद मिलेगी
अल्मोड़ा आपदा अधिकारी का कहना था कि जहां भी सड़क बंद होने की सूचना आ रही है, आपदा की टीमें मौके पर जाकर पेड़ों को काट रही हैं और जेसीबी मशीनों द्वारा सड़कों को खोला जा रहा है. अभी स्थिती सामान्य है. जो भी सड़के बंद हैं, उन्हें जल्दी खोल दिया जाएगा. एनडीआरएफ की टीम भी अल्मोड़ा पहुच गई है. किसी भी गंभीर स्थिती से निपटने के लिए जिला प्रशासन को मदद मिलेगी.
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