शर्मनाक : दुष्कर्म की सजा से बचने के लिए किया शादी का नाटक फिर नैनीताल लाकर कर, दी हत्या
नैनीताल : दुष्कर्म की सजा से बचने के लिए दिल्ली निवासी युवती से शादी की और फिर डेढ़ माह पहले घुमाने के लिए नैनीताल लेकर आया। यहां उसकी हत्या कर शव सड़क किनारे कलमठ (पुलिया) के नीचे दबा दिया। ससुरालियों की तहरीर पर पुलिस ने जांच की तो पूरा मामला सामने आ गया। सोमवार को शव बरामद कर ऊधमसिंह नगर निवासी पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया।.
नैनीताल पुलिस के मुताबिक चाणक्य पैलेस डाबरी, द्वारिका नई दिल्ली निवासी डाली राम ने 15 जून को द्वारका थाने में 26 वर्षीय बेटी बबीता की गुमशुदगी दर्ज कराई। उन्होंने ससुरालियों पर गंभीर आरोप लगाए थे। पुलिस ने उसकी तलाश शुरू की। इस बीच बबीता के मोबाइल की अंतिम लोकेशन 12 जून को नैनीताल के समीप हनुमानगढ़ी की मिली। इसपर पुलिस ने मूल रूप से ऊधमसिंह नगर के शक्ति फार्म निवासी पति राजेश राय और ससुरालियों से पूछताछ की। कुछ सुराग नहीं लग सका।
इधर, सोमवार को दिल्ली पुलिस के एसआइ नरेंद्र सिंह, कांस्टेबल सुनील कुमार व शाहिद राजेश को साथ लेकर नैनीताल पहुंचे। पूछताछ में उसने बबीता की हत्या कर शव ठिकाने लगाने की बात स्वीकार ली। इसके बाद तल्लीताल पुलिस के साथ मिलकर टीम ने नैना गांव क्षेत्र के एक कलमठ से शव बरामद कर लिया। इसके बाद तल्लीताल पुलिस ने तिलियापुर शक्ति फार्म जिला उधमसिंह नगर निवासी राजेश राय पुत्र रंजीत राय को गिरफ्तार कर लिया। एसओ विजय मेहता ने बताया कि राजेश को मंगलवार को न्यायालय पेश किया जाएगा।
पुलिस के अनुसार राजेश ने बताया कि 11 जून को वह ऊधमसिंह नगर में मां की तबीयत खराब होने की बात बताकर बबीता को दिल्ली से लाया था। यहां से उसे लेकर नैनीताल पहुंचा। 12 जून को वह बबीता के साथ पैदल ही हल्द्वानी की ओर निकल गया। करीब 13 किलोमीटर चलने के बाद एक कलमठ में ले जाकर उसकी हत्या कर दी।
राजेश गोविंद पुरी दिल्ली क्षेत्र में रहता था। जहां वह और बबीता दोनों एक ही मॉल में काम किया करते थे। कुछ साल पहले दोनों में नजदीकियां बढ़ी तो प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। इस बीच दोनों में शारीरिक संबंध भी बन गए और बबीता गर्भवती हो गई। वहीं जब उसने राजेश से शादी की बात की तो उसने इन्कार कर दिया। जिसके बाद युवती ने 14 जुलाई 2020 को डाबरी थाने में राजेश के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया। पुलिस ने युवक को उधमसिंह नगर से गिरफ्तार कर लिया।
मामले में राजेश को दिल्ली के न्यायालय से जेल भेज दिया गया। वहीं कुछ ही समय बाद दोनों में समझौता हो गया और सजा से बचने के लिए राजेश बबीता से शादी को राजी हो गया। जिस पर बबीता ने भी कोर्ट में शपथ पत्र देकर राजेश से करीब आठ माह पूर्व विवाह कर लिया। मगर राजेश दबाव में हुई इस शादी से खुश नहीं था। साथ ही पारिवारिक कलह भी रहती थी। इसके बाद ही उसने बबीता को ठिकाने लगाने की रणनीति बनाई।
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