2016 वीपीडीओ भर्ती घोटाला : विजिलेंस ने गृह विभाग को सौंपी रिपोर्ट, अब एसटीएफ करेगी जांच
देहरादून : uksssc पेपर लीक मामले के बाद अब जल्द 2016 में हुई ग्राम पंचायत विकास अधिकारी वीपीडीओ की भर्ती घोटाले की भी जांच उतराखंड एसटीएफ शुरू कर देगा सुत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार विजिलेंस ने, अब तक की गई जांच रिपोर्ट गृह विभाग को सौंप दी है गृह विभाग एक दो दिन में जांच एसटीएफ को सौंप सकता है।
सूत्रों के अनुसार विजिलेंस जांच में ओएमआर शीट में छेड़छाड़ की पुष्टि हो चुकी है
ज्ञात हो कि वीपीडीओ भर्ती में नकल का मामला सामने आने पर सरकार ने तत्कालीन एसीएस से इसकी शुरुआती विभागीय जांच कराई थी मामला तूल पकडने पर तथा समें ओएमआर शीट में छेड़छाड़ की बात उठने पर मामला विजिलेंस को सौंपा गया। केस दर्ज करते हुए विजिलेंस ने जांच करीब-करीब पूरी कर ली थी पर गत सप्ताह सरकार ने उक्त जांच भी एसटीएफ के हवाले करने के आदेश जारी कर दिए। इस पर विजिलेंस ने जांच रोकते हुए, अब तक की स्टेटस रिपोर्ट सतर्कता विभाग को सौंप दी। यहां से फाइल विधिवत रूप से गृह विभाग के जरिए पुलिस को भेजी जा रही है।
अधिकारी के घर पर स्कैन हुई ओएमआर शीट
सूत्रों के अनुसार, विजिलेंस की स्टेटस रिपोर्ट में ये बात साफ तौर पर आई है कि भर्ती में ओएमआर शीट से छेड़छाड़ करते हुए,चहेतों के नंबर मनमाने तरीके से बढ़ाए गए। यह बात फॉरेंसिक जांच में भी सामने आई। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि ओएमआर की स्कैनिंग आयोग के अधिकारी के घर की जा रही थी। यह बेहद गंभीर है।
इससे साफ है कि इस प्रकरण में आयोग के तत्कालीन अफसरों की मुश्किलें बढ़ना तय है। सूत्रों के अनुसार, विजिलेंस इस प्रकरण में गवाहों के भी बयान दर्ज कर चुकी है। कई लोग नकल का वर्तमान प्रकरण खुलने के बाद खुद बयान दर्ज कराने के लिए आगे आए हैं।
अब विजिलेंस करेगी आरोपियों की संपत्ति की जांच
इधर सुत्रों की माने तो परीक्षा धांधली से जुड़ा मुकदमा वापस करने के बाद भी विजिलेंस अपना निर्धारित काम करते हुए अब आरोपियों की संपत्ति की जांच शुरू कर दी है।
इसमें कुछ आरोपियों के पास रिजॉर्ट, फार्म हाउस होने तक की सूचना है। साथ ही कुछ लोग खनन कारोबार से भी जुड़े बताए जाते हैं। विजिलेंस मूल रूप से आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में ही जांच करती है।
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