विधानसभा भर्ती घोटाला: स्पीकर ऋतु खंडूरी ने दिये जांच के आदेश, बोली युवाओं को इंसाफ मिलेगा
देहरादून. उत्तराखंड की विधानसभा में भर्तियों के बारे में लग रहे गड़बड़ी और भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर स्पीकर ऋतु खंडूरी ने दो बड़े फैसले लेने की बात कही. उन्होंने कहा कि पहला फैसला तो जानकारों की एक कमेटी बनाकर इस पूरे मामले में जांच करवाने का है और दूसरे बड़े फैसले के तौर पर उन्होंने कहा कि अगले आदेश तक विधानसभा के सचिव मुकेश सिंहल लंबी छुट्टी पर रहेंगे. खंडूरी ने कहा चूंकि सिंहल पर भी आरोप लगे हैं इसलिए उन्हें आदेश दिया गया है कि वह जांच कमेटी को सहयोग करें और सवालों के जवाब के लिए कमेटी उन्हें जब भी बुलाए, वह पेश हों.
विधानसभा में भर्तियों की सिलसिलेवार ढंग से जांच करने की बात कहते हुए खंडूरी ने कहा 2000 से 2011 तक चूंकि उत्तराखंड में यूपी की ही नियमावली थी इसलिए जांच भी दो चरणों में होगी. ‘हमारी कोशिश है कि पहले 2012 से 2022 तक हुई नियुक्तियों को लेकर जांच करवाई जाए.’ खंडूरी ने जांच कमेटी से एक महीने के भीतर जांच रिपोर्ट और सिफारिशें पेश करने के निर्देश बताते हुए कहा कि भले ही कड़े फैसले लेने पड़ें, वो उत्तराखंड के लोगों और युवाओं को निराश नहीं होने देंगी.
क्या है यह जांच कमेटी और दावा
दिल्ली से लौटकर आईं खंडूरी ने शनिवार दोपहर प्रेस काॅन्फ्रेंस करते हुए बताया कि तीन सदस्यों की कमेटी बनाई गई है, जो एक महीने के भीतर रिपोर्ट देगी. इस कमेटी के अध्यक्ष दिलीप कुमार कोटिया होंगे और सुरेंद्र सिंह रावत व अवनेंद्र सिंह नयाल इसके सदस्य होंगे. ये तीनों ही पूर्व कार्मिक सचिव हैं और खंडूरी के मुताबिक इस मामले के बारे में एक्सपर्ट भी हैं. खंडूरी ने निष्पक्ष जांच कराने का दावा करते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा.
पूर्व स्पीकर पर यह बोलीं खंडूरी
असल में, विधानसभा में भर्तियों को लेकर सबसे बड़ा आरोप मौजूदा मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल पर यह लगा है कि उन्होंने पिछली सरकार में स्पीकर रहते हुए बैकडोर से भर्तियां कीं. इस बारे में खंडूरी ने कहा कि यह सही है कि स्पीकर के पास कुछ विशेष अधिकार होते हैं, लेकिन कमेटी देखेगी कि क्या नियुक्तियां उन अधिकारों के दायरे में रहकर की गईं! किसी भी मंत्री के फिलहाल इस्तीफे को लेकर खंडूरी ने कोई जवाब नहीं दिया.
0 Comments