UKSSSC पेपर लीक मामला : शक के घेरे में सचिवालय रक्षक परीक्षा नियंत्रक, अंदर से लीक हुआ था पेपर
देहरादून : सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक प्रकरण में सीधे तौर पर यूकेएसएसएससी (उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग) के तत्कालीन अधिकारियों की संलिप्तता सामने आ रही है, क्योंकि इस परीक्षा का प्रश्न पत्र आयोग के भीतर स्थापित मशीन से प्रिंट किया गया था।
इसी दौरान प्रिंटिंग प्रेस आरएमएस टैक्नो साल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के कर्मचारी ने पेपर लीक कर दिया। प्रश्न पत्र की छपाई की शुचिता और गोपनीयता को बनाए रखने की पूरी जिम्मेदारी तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक नारायण सिंह डांगी के कंधों पर थी तो पेपर लीक कैसे हो गया।
मशीन को आयोग के गोपनीय कक्ष में किया गया था स्थापित
विदित रहे कि कोरोनाकाल के दौरान जब लाकडाउन लंबा खिंचा तो आयोग ने अपने प्रश्न पत्रों को बाहर छापने के बजाय छोटी परीक्षाओं के प्रश्न पत्र आयोग में ही प्रिंट करने का निर्णय लिया। इसके लिए छोटी प्रिंटिंग मशीन ली गई। इस मशीन को आयोग के गोपनीय कक्ष में स्थापित किया गया। मशीन के स्टाल होने के बाद सबसे पहले सचिवालय रक्षक का प्रश्न पत्र प्रिंट किया गया।
प्रश्न पत्र प्रिंटिंग कार्य आयोग के अधिकारियों की देखरेख में कंपनी के कर्मचारियों ने किया। इसी पेपर को कंपनी के कर्मचारी आरोपित प्रदीप पाल ने आगे बेच दिया।
आरोपित को एसटीएफ गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि आयोग की नाक के नीचे प्रिंट किए गए प्रश्न पत्र की शुचिता व गोपनीयता भी हवाई साबित हुई। आयोग के अन्य प्रश्न पत्रों को कंपनी ने बाहर प्रिंट करवाया था, जिससे आयोग के अधिकारी अपनी संलिप्तता से पहले ही पल्ला झाड़ चुके थे, लेकिन अब वे संदेह के घेरे में हैं।
33 पदों के लिए 25805 अभ्यर्थी हुए थे परीक्षा में शामिल
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से आयोजित सचिवालय रक्षक के 33 पदों की लिखित परीक्षा 26 सितंबर 2021 को प्रदेशभर के 107 केंद्रों में हुई थी। इस परीक्षा में 25805 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। करीब छह महीने बाद परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया गया। मेरिट में आए सफल अभ्यर्थियों की शैक्षणिक दस्तावेजों की जांच कर उन्हें नियुक्तियां भी दे दी गई थीं।
वहीं मामले पर अधीनस्थ सेवा चयन आयोग सचिव एसएस रावत ने भी अपना पला झाडते हुए साफ किया है कि आयोग के भीतर स्थापित की गई प्रिंटिंग मशीन से केवल सचिवालय रक्षक भर्ती का पेपर प्रिंट हुआ था। यह परीक्षा 33 पदों के लिए ली गई थी। आयोग के भीतर प्रश्न पत्र प्रिंट करने की गोपनीयता व पारदर्शिता की पूरी जिम्मेदारी आयोग के परीक्षा नियंत्रक की होती है। आगे भी जो परीक्षाएं होंगी उनमें परीक्षा नियंत्रक की भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी।
फजीहत के बाद बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर पाबंदी
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने चौतरफा फजीहत और विरोध के बाद अब मुख्यालय में बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है ज्ञात हो कि
शुक्रवार को आयोग के मुख्यद्वार पर सुरक्षा गार्ड ने ताला जड़ दिया था
0 Comments