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कुमाऊं में बारिश का कहर : तेज बरसात के चलते दो लोगों की मौत, कई मार्ग बंद, जनजीवन प्रभावित

कुमाऊं में बारिश का कहर : तेज बरसात के चलते दो लोगों की मौत, कई मार्ग बंद, जनजीवन प्रभावित
उत्तराखंड के कुमाऊं में बारिश मुसीबतों के साथ-साथ जानलेवा भी साबित हो रही है। दो दिनों में बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों में दो लोगों की अलग-अलग घटनाओं में मौत हो गई। बागेश्वर जिले में कपकोट क्षेत्र के लीती गांव में मवेशी चराने गए एक ग्रामीण की आकाशीय बिजली की चपेट में आने से जान चली गई। उधर, पिथौरागढ़ जिले में चीन सीमा को जोड़ने वाली सड़क खोलते समय बोल्डर गिरने से एक मजदूर की मलबे में दबकर मौत हो गई। बारिश के चलते कुमाऊं के पर्वतीय क्षेत्रों में 32 ग्रामीण एवं अन्य सड़कें बंद चल रही हैं।

कपकोट तहसील क्षेत्र के लीती गांव निवासी रमेश सिंह (45) पुत्र मंगल सिंह मंगलवार को मवेशी चराने के लिए जंगल गए थे। इस दौरान बारिश के बीच गिरी आकाशीय बिजली की चपेट में आने से रमेश की मौके पर ही मौत हो गई। तहसीलदार कपकोट देवेंद्र लोहनी ने इसकी पुष्टि की है। उधर, पिथौरागढ़ जिले में चीन सीमा को जोड़ने वाली सड़क खोलने के दौरान दोबाट में पहाड़ से अचानक बोल्डर गिरने से वहां काम कर रहे एक मजदूर की मलबे में दबकर जान चली गई। सीमांत में लगातार बारिश के चलते धारचूला में काली नदी खतरे के निशान से मात्र 10 सेमी नीचे बह रही है। डीडीहाट में भूस्खलन से मलबा घरों और खेतों में भर गया है। पिथौरागढ़-घाट एनएच सहित चीन सीमा को जोड़ने वाली तवाघाट-लिपूलेख सड़क कुछ समय के लिए बंद रही, जिसे अब खोल लिया गया है। 

कुमाऊं के पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश से सड़कें बंद होने की दिक्कत भी आ रही है। पिथौरागढ़ जिले में बारिश से 20 सड़कें बंद हैं। चम्पावत जिले में तीन ग्रामीण सड़कें बंद चल रही हैं। बागेश्वर जिले में दो, अल्मोड़ा जिले में चार और नैनीताल जिले में तीन ग्रामीण सड़कें बारिश के चलते बंद हैं। बागेश्वर जिले में भूस्खलन से एक मकान ढहने की भी सूचना है। उधर, ऊधमसिंह नगर जिले में बुधवार को मौसम सामान्य रहा। सुबह से आसमान में बादल छाए रहे। हालांकि शाम तक बारिश नहीं हुई।

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