राजधानी देहरादून के छह मुख्य चौराहों पर जुलूस-प्रदर्शन पर प्रतिबंध, डीएम ने किया आदेश
देहरादून: राजधानी देहरादून में लगातार बढ़ती यातायात समस्या और उस पर चार चांद लगाते राजधानी में लगातार होते धरना प्रदर्शन इन सबके चलते दून में लगातार रोजमर्रा के स्थानीय लोगों को होती यातायात समस्या किसी से छिपी नहीं है लेकिन आज एक अच्छी खबर यह आ रही है कि इस समस्या से निजात दिलाने हेतु जिलाधिकारी सविन बंसल ने इस दिशा में तत्परता के साथ कदम उठाते हुए शहर के 06 चौराहों को जुलूस-प्रदर्शन के लिए प्रतिबंधित कर दिया है।
अत्यधिक यातायात दबाव वाले इन चौक/स्थल जुलूस, प्रदर्शन आदि के लिए प्रतिबंधित रहेंगे। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू भी करा दिया गया है।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह के साथ गहन मंथन के बाद जिलाधिकारी ने गुरुवार को इसका आदेश भी जारी कर दिया।
ये हैं छह चौक
घंटाघर,
गांधी पार्क,
एस्लेहाल चौक,
दर्शन लाल चौक,
तहसील चौक,
बुद्धा चौक,
सचिवालय, मुख्यमंत्री आवास और राजभवन कूच के लिए अगल व्यवस्था
इसके साथ ही जिलाधिकारी ने सचिवालय, मुख्यमंत्री आवास और राजभवन कूच के कार्यक्रमों के मद्देनजर भी अलग से व्यवस्था लागू की है। ताकि विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठन लोकतांत्रिक अधिकारों के तहत विरोध-प्रदर्शन कर सकें, लेकिन उससे शहर की यातायात व्यवस्था अधिक प्रभावित न हो सके।
सचिवालय कूच के लिए परेड ग्राउंड के बाहर एकत्रित होंगे संगठन
जिलाधिकारी की नई व्यवस्था के अनुसार सचिवालय कूच जैसे कार्यक्रम के लिए राजनीतिक या अन्य संगठन परेड ग्राउंड के बाहर एकत्रित होंगे। जिसके बाद जुलूस/रैली कनक चौक होते हुए पैसिफिक तिराहा से आगे बढ़ते हुए आयकर तिराहे तक पहुंचेगी। इसी तरह परेड से राजभवन/मुख्यमंत्री आवास कूच करने वाले जनसमूह को पैसिफिक तिराहे पर ही रोका जाएगा।
पारंपरिक शोभायात्रा और धार्मिक जुलूसों के लिए तैयार होगी कार्ययोजना
जिलाधिकारी सविन बंसल के अनुसार शहर में पारंपरिक शोभायात्रा और धार्मिक जुलूसों के लिए भी रूट का निर्धारण किया जाएगा। क्योंकि, इस तरह के आयोजनों से भी नागरिकों को घंटों जाम में फंसा रहना पड़ता है। कई दफा एंबुलेंस तक आगे नहीं बढ़ पाती है। इस तरह के आयोजनों को व्यवस्थित रूप प्रदान करने के लिए विशेष परिस्थितियों में समय, मार्ग व संख्या के निर्धारण की तैयारी की जा रही है। कार्ययोजना बनाने के लिए जिला प्रशासन, पुलिस/ यातायात की संयुक्त बैठक के बाद निर्णय किया जाएगा
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